प्रधानमंत्री PM Vishwakarma Yojana 2025 देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका उद्देश्य शिल्पकारों को न केवल आर्थिक रूप से सहायता देना है, बल्कि उनके कौशल को भी पहचान और प्रोत्साहन प्रदान करना है। इस योजना के तहत आधुनिक तकनीकों की ट्रेनिंग, आर्थिक सहयोग, और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास में शिल्पकारों और कारीगरों का विशेष स्थान रहा है। उनकी मेहनत और कौशल से न केवल उनकी आजीविका चलती है, बल्कि ये हमारे देश की परंपराओं और संस्कृति को भी जीवित रखते हैं। लेकिन समय के साथ, इन कारीगरों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 का उद्देश्य इन्हीं समस्याओं का समाधान करना है और उन्हें आधुनिक युग के बाजार से जोड़ना है।
PM Vishwakarma Yojana 2025
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को नई तकनीकों और आधुनिक बाजार के साथ जोड़ना है। इसके साथ ही, यह योजना कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता भी प्रदान करती है।
योजना के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- कारीगरों के कौशल को उन्नत बनाना।
- उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारना।
- उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए ब्याज-मुक्त लोन प्रदान करना।
- कारीगरों को डिजिटल और ग्रीन तकनीकों से जोड़ना।
- उन्हें स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच प्रदान करना।
PM Vishwakarma Yojana 2025
योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PM Vishwakarma Yojana 2025) |
लॉन्च की तारीख | 17 सितंबर 2023 |
घोषणा की तारीख | 15 अगस्त 2023 |
कौन कर सकता है आवेदन | भारत के सभी पारंपरिक शिल्पकार और कारीगर |
बजट | ₹13,000 करोड़ |
लाभार्थी व्यवसायों की संख्या | 18 पारंपरिक व्यवसाय |
लोन राशि | ₹1 लाख (पहली किश्त) और ₹2 लाख (दूसरी किश्त) |
लोन पर ब्याज दर | मात्र 5% |
प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेंड | ₹500 प्रतिदिन |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
लास्ट डेट | जल्द घोषित की जाएगी |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द अपडेट की जाएगी |
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का फंड और बजट
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए केंद्र सरकार ने ₹13,000 करोड़ का बजट निर्धारित किया है। यह बजट देशभर के शिल्पकारों को ट्रेनिंग, लोन, और अन्य लाभ प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाएगा। इस योजना के तहत करीब 3 लाख से अधिक कारीगरों को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।
PM Vishwakarma Yojana 2025 – पात्रता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदकों को कुछ आवश्यक पात्रताओं को पूरा करना होगा। ये पात्रताएं सुनिश्चित करती हैं कि योजना का लाभ उन्हीं लोगों को मिले, जो वास्तव में इसके हकदार हैं।
पात्रता के मुख्य बिंदु:
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
- आवेदक किसी पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार वर्ग से संबंधित हो।
- आवेदन करने वाले व्यक्ति का व्यवसाय सूचीबद्ध 18 कारीगर व्यवसायों में से एक होना चाहिए।
- आवेदन केवल विश्वकर्मा समुदाय की मान्यता प्राप्त जातियों से जुड़े व्यक्तियों के लिए मान्य होगा।
योजना के लाभ
पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को कई प्रकार के लाभ दिए जाएंगे। ये लाभ उनके व्यवसाय को बढ़ाने और उनकी आय को बढ़ाने में मदद करेंगे।
प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- ब्याज-मुक्त लोन:
- इस योजना के तहत कारीगरों को ₹1 लाख (पहली किश्त) और ₹2 लाख (दूसरी किश्त) तक का ब्याज-मुक्त लोन मिलेगा।
- लोन पर केवल 5% ब्याज दर लागू होगी।
- ट्रेनिंग और स्टाइपेंड:
- शिल्पकारों को आधुनिक तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- ट्रेनिंग के दौरान उन्हें ₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड मिलेगा।
- बाजार तक पहुंच:
- कारीगरों को उनके उत्पादों के लिए स्थानीय और वैश्विक बाजार तक पहुंच प्रदान की जाएगी।
- उनके उत्पादों का ब्रांड प्रमोशन भी किया जाएगा।
- उपकरण और तकनीक:
- शिल्पकारों को उपकरण खरीदने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- उन्हें ग्रीन और डिजिटल तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।
- सामाजिक सुरक्षा:
- इस योजना के तहत कारीगरों को सामाजिक सुरक्षा के लाभ भी दिए जाएंगे।
पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 के तहत आवेदन कैसे करें?
योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। आवेदक इस प्रक्रिया को आसानी से घर बैठे पूरा कर सकते हैं। नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आवेदन किया जा सकता है:
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएं:
- पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “आवेदक लॉगिन” विकल्प पर क्लिक करें।
- ऑनलाइन फॉर्म भरें:
- आवेदन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को सही-सही भरें।
- ध्यान दें कि किसी भी जानकारी में गलती न हो।
- दस्तावेज अपलोड करें:
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता विवरण, और जाति प्रमाण पत्र जैसे आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म जमा करें:
- सभी जानकारी और दस्तावेज जमा करने के बाद आवेदन फॉर्म को सबमिट करें।
- फॉर्म जमा होने के बाद आपको आवेदन की रसीद मिलेगी, जिसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।
किन व्यवसायों को मिलेगा लाभ?
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 पारंपरिक व्यवसायों को लाभ मिलेगा। इनमें से कुछ प्रमुख व्यवसाय निम्नलिखित हैं:
- बढ़ई (Carpenter)
- सुनार (Goldsmith)
- लोहार (Blacksmith)
- कुम्हार (Potter)
- दर्जी (Tailor)
- जूता बनाने वाले (Cobbler)
- मूर्तिकार (Sculptor)
- टोकरियां और बांस के सामान बनाने वाले कारीगर
आवश्यक दस्तावेज
योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक खाता पासबुक
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
पीएम विश्वकर्मा योजना से जुड़े कुछ सवाल-जवाब (FAQs)
1. पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और तकनीकी मदद देकर आत्मनिर्भर बनाना है।
2. इस योजना में आवेदन कैसे करें?
योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है। इसके लिए आधिकारिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें।
3. योजना में लोन कितना मिलेगा?
इस योजना के तहत ₹1 लाख (प्रथम किश्त) और ₹2 लाख (द्वितीय किश्त) का ब्याज-मुक्त लोन दिया जाएगा।
4. योजना किन-किन कारीगरों के लिए है?
योजना का लाभ 18 श्रेणियों के पारंपरिक कारीगरों को मिलेगा, जैसे बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार आदि।
5. ट्रेनिंग के दौरान क्या लाभ मिलेगा?
ट्रेनिंग के दौरान कारीगरों को ₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड दिया जाएगा।
निष्कर्ष
PM Vishwakarma Yojana 2025 देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक और तकनीकी सहायता प्रदान करने का एक बेहतरीन कदम है। यह योजना न केवल उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि उनकी कला और व्यवसाय को नए आयाम भी देगी।
अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्द ही ऑनलाइन आवेदन करें। इस योजना से जुड़े सवाल या सुझाव नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।